मंगलवार, 17 जून 2025

Israel v/s Iran

 कैसे शुरू हुआ ईरान-इजरायल टकराव, चार दिनों में हालात कैसे बदले, जानें पूरी टाइमलाइन


मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच चार दिनों से जारी संघर्ष ने क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर दी है. शुक्रवार को इजरायल ने ईरान पर 200 फाइटर जेट्स से हमला कर भारी नुकसान पहुंचाया. जवाब में ईरान ने भी पलटवार किया. आईए जानते हैं कि शुक्रवार से शुरू हुए संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ है.

इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुए संघर्ष से लगातार मध्य पूर्व में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच संघर्ष की जटिलता को भारतीय लोग समझने की कोशिश कर रहे हैं. इसी को देखते हुए इंडिया टुडे की OSINT टीम ने बीते चार दिनों की संघर्ष की कहानी को सरल तरीके से पेश किया है. 


आईए फिर समझते हैं कि ईरान-इजरायल के बीच शुरू हुए संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ है. 



गुरुवार, 31 अक्टूबर 2024

Part-1
मुंबई में दाऊद इब्राहिम और लॉरेंसबिश्नोई का सेम कहानी,😭🤔🙏
बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद फिर से एक बार लॉरेंस बिश्नोई नाम सुर्खियों में तेजी जगह बना रही है/जिस तरह कुछ समय पहले दाऊद इब्राहिम मुंबई-पर राज किया/उसी तरह फिर से मुंबई लॉरेंस बिश्नोई के नाम से दहल उठा है




V/s

12 अक्टूबर दशहरे के दिन मुंबई में एक ऐसा हत्याकांड हुआ, जिसने मुंबई समेत पूरे देश को हिला दिया. वो हत्या हुई थी एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की. हत्याकांड के बाद एक नाम फिर से सुर्खियों में आ गया है और वो नाम है कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का. लॉरेंस बिश्नोई की बात करें तो पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की जब हत्या हुई थी तब वो नाम बेहद सुर्खियों में आया था. लॉरेंस बिश्नोई की इंटेरोगेशन रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें उसकी पूरी कुंडली शामिल है. इस रिपोर्ट में उसके मां-बाप, उसके दादा की जानकारी के साथ-साथ ये भी बताया गया है कि उसने कहां से पढ़ाई की है. इस बीच कब वो क्राइम की दुनिया में कूदा, ये सारी कहानी जांच एजेंसी ने इस रिपोर्ट में बताई है. 


दरअसल, लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 12 फरवरी 1990 को हुआ था.  उसका नाम असली नाम है बालकरन बराड़ उर्फ बल्लू. उसके पिता पंजाब पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात थे और यहां रोचक बात ये है कि ना सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई के पिता पुलिस में तैनात थे बल्कि आज उसे जिस गैंगस्टर से सबसे ज्यादा कंपेयर किया जाता है यानी दाऊद इब्राहीम के पिता भी पुलिस में ही थे. लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. इसी जेल में बंद रहते हुए उसका नाम मुंबई के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में आया है और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने बकायदा सोशल मीडिया पर क्लेम भी किया है और हत्याकांड की जिम्मेदारी भी ली है. जैसा कि लॉरेंस बिश्नोई ने बताया है कि 2007 में उसने लॉ की पढ़ाई करने के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था, 2008 में पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव में लॉरेंस का दोस्त रॉबिन चुनाव लड़ रहा था. तब रॉबिन के सामने एक और उम्मीदवार खड़ा हुआ, जिसे धमकाने के लिए लॉरेंस ने अपने दोस्त की लाइसेंसी पिस्टल से उस पर फायरिंग की थी. यह पहली बार था जब लॉरेंस बिश्नोई पर 307 का केस दर्ज हुआ था, उसके बाद वो जेल भी गया था. 


2011 मे जीतकर दोबना था अध्यक्ष

जेल से फिर वो दो चार महीने में ही बाहर आ गया. जाहिर सी बात है कि पहली बार जब लॉरेंस बिश्नोई जेल में गया तो वहां उसकी मुलाकात क्रिमिनल माइंड वाले लोगों से हुई हुई होगी. इधर लॉरेंस जेल से बाहर आया और दूसरी ओर उसका दोस्त रोबिन चुनाव हार गया. इसके बाद 2010 में लॉरेंस ने कॉलेज में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा लेकिन हार गया. इस हार का बदला लेने के लिए लॉरेंस और उसके दोस्तों ने जीते हुए उम्मीदवार के हाथ पैर तोड़ दिए. इसके बाद फिर लॉरेंस को जेल जाना पड़ा और काफी वक्त जेल में गुजारना पड़ा. जमानत से रिहा होने के बाद वो फिर छात्र राजनीति पर ध्यान देने लगा. 2011 में लॉरेंस ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीत लिया. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान लॉरेंस की मुलाकात गोल्डी बराड़ से हुई. 

लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ छात्र राजनीति के बहाने पंजाब में सक्रिय थे. उन्होंने पंजाब के छोटे मोटे इलेक्शन लड़ना शुरू कर दिया. उसके बाद 2012 में लॉरेंस बिश्नोई ग्रेजुएट हुआ और छात्र राजनीति में अपना दबा दबदबा बनाने के लिए उसने गैंग बनाया. इसमें संपत नेहरा शामिल हुआ. संपत नेहरा हरियाणा का वो गैंगस्टर है जो सबसे पहले 2018 में सलमान खान को मारने के लिए मुंबई गया था. इससे पहले संपत नेहरा ने 2013 में मुक्तसर के सरकारी कॉलेज में लॉरेंस के उम्मीदवार को चुनाव हराने वाले उम्मीदवार की हत्या करा दी थी. इसके बाद उसने लुधियाना नगर निगम चुनाव में अपने दोस्त के चचेरे भाई के खिलाफ खड़े उम्मीदवार को भी गोली मारकर हत्या करवा दी. गोल्डी बराड़ फिलहाल अमेरिका में मौजूद है और उसने ही सिद्धू मूसेवाले की हत्या करवाई थी. इस हत्या की पूरी प्लानिंग उसने ही की थी. हत्याकांड के बाद गोल्डी बराड़ ने इंटरव्यू में स्वीकारा था कि उसने ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाई थी. 




    

गुरुवार, 24 अक्टूबर 2024

Lawrence Bishnoi. /. Life Crime 🥷🤔

 Q (LAWRENCE BISHOI) लॉरेंस बिश्नोई ने अपने जीवन में क्या-क्या किया उसके बारे में आप को इस ब्लॉक में मिलने वाला है लॉरेंस बिश्नोई का जीवन चक्र कैसा रहा /



लॉरेंस बिश्नोई एक प्रसिद्ध गैंगस्टर हैं, जिनका नाम कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा है, जैसे हत्या, रंगदारी, और अन्य आपराधिक गतिविधियाँ। उनका गिरोह भारत के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय है और उन्हें कई बार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। बिश्नोई का नाम कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में भी आया है, जिसमें फिल्म उद्योग के कुछ लोगों के साथ विवाद शामिल हैं।


लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) एक भारतीय गैंग्सटर है (Indian Gangster). मौजूदा वक्त में वह दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है (Lawrence Bishnoi in Tihar Jail) और मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वह जेल से ही अपने आपराधिक कारगुजारियों को अंजाम दे रहा है. 2018 में उस पर बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा (Lawrence Bishnoi Gave Death Threat to Salman Khan). 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर और कांग्रेस के नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या कराने में उसके गैंग का नाम सामने आया (Lawrence Bishnoi Involved in Sidhu Moosewala Killing).


लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 22 फरवरी 1992 को पंजाब के शहर फजिल्लका में हुआ था (Lawrence Bishnoi Age). उसके पिता लाविंदर सिंह पुलिस कांस्टेबल थे और मां एक पढ़ी-लिखी गृहणी हैं (Lawrence Bishnoi Parents). उसका नाम “लॉरेंस विश्नोई” उसकी मां ने रखा था. कहा जाता है कि पैदा होने पर उसका रंग दूध की तरह सफेद था, लिहाजा उसे एक क्रिश्चियन नाम “लॉरेंस” दिया गया जिसका मतलब होता है सफेद चमकने वाला (Lawrence Bishnoi Naming). परिवार के पास करोड़ों रुपए की जमीन थी लिहाजा लॉरेंस की परवरिश हर तरह की लक्जरी के साथ हुई. उसने स्कूल की पढ़ाई फज्जिलका में की. इसके बाद, कॉलेज की पढ़ाई करने चंडीगढ़ गया जहां डीएवी कॉलेज में उसने दाखिला लिया (Lawrence Bishnoi Education). यहीं से जुर्म की दुनिया में भी उसकी एंट्री हुई.


लॉरेंस ने यूनिवर्सिटी इलेक्शन में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा लेकिन चुनाव में उसकी हार हुई. इस दौरान कॉलेज यूनियन के दो गुटों में लड़ाई हुई, गुस्से में उसने रिवॉल्वर खरीद ली और उसने जीतने वाले छात्र पर फायरिंग की जो क्राइम वर्ल्ड में उसकी एंट्री साबित हुई. कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरी को जुर्म की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई का गुरु माना जाता है (Lawrence Bishnoi Entry in Crime). 


लॉरेंस बिश्नोई ने गैंगस्टर नरेश शेट्टी, संपत नेहरा और मर चुके सुक्खा से मिलकर हथियार के दम पर उगाही करने का देश का सबसे बड़ा नेटवर्क तैयार किया. उसके नेटवर्क में आकर काला जठेड़ी, रिवॉल्वर रानी के नाम से चर्चित लेडी डॉन अनुराधा चौधरी समेत कई गैंगस्टर ने भी जुर्म की दुनिया में साम्राज्य खड़ा कर लिया. बिश्नोई जेल के भीतर है किन देश के कई राज्यों में उसके 600 से ज्यादा शार्प शूटर तैनात हैं. रिपोर्टों के मुताबिक वॉट्सऐप से एक इशारे से वह पूरे देश में अपने खूनी कारनामों को अंजाम देता है. 2022 में 30 वर्ष की उम्र तक उसके अपराध का ग्राफ 60 को पार कर चुका है 🤔😭😭😭😭😭




Israel v/s Iran

 कैसे शुरू हुआ ईरान-इजरायल टकराव, चार दिनों में हालात कैसे बदले, जानें पूरी टाइमलाइन मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच चार दिनों से जारी ...